लेखनी प्रतियोगिता -आदमी

1 Part

342 times read

18 Liked

तुम आदमी हो तुम रो नहीं सकते  तुम आदमी हो तुम कोमल हो नहीं सकते...  दर्द तुम्हें कितना भी सताए  या दिल तुम्हारा कोई तोड़ जाए...  पर आंखें नम ना हो ...

×